आज विश्व मानवाधिकार दिवस है
कहने को शुभकामनाओ का सिलसिला तो जारी है
क्योंकि-
आज विश्व मानवाधिकार दिवस है
पर सोचने की बात ये है कि
हम में से कितने अपने मानवाधिकार की सुरक्षा के प्रति सजग हैं
और उसके लिए कितने प्रयास रत हैं
चन्द रस्म अदायगी और औपचारिकताओं को पूर्ण करके
क्या बास्तब में समाज के सबसे निचले तबकों
के मानब अधिकारों की रक्षा कर पायेंगें
या फिर ये अन्तहीन सिलसिला यूँ ही जारी रहेगा
मदन मोहन सक्सेना