मंगलवार, 17 नवंबर 2015

तुम्हारा तुम जानो




तुम्हारा तुम जानो जहां तक मेरा सवाल है हर रात्रि सोने से पहले और हर सुबह उठने से पहले तुम्हारा ख्याल  जेहन में आ जाता है। 


मदन मोहन सक्सेना


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