सोमवार, 24 सितंबर 2012

दिलबर



तुम पास नो हो मेरे  मेरी जान निकलती है
तेरा साथ  रहे जब तक मेरी सांसें चलती है

दुनियां में कहते हैं , कोई संग आता है न जाता
दिलबर तुमसे है मेरा जन्मों जन्मों का नाता

सपनों में  न भुलाना मेरी जन्नत है तुम्ही से
मेरे हमसफ़र मेरे दिलबर मेरा सब कुछ है तुम्ही से

नजरें मिली जो तुमसे तो बात बन गयी है
तेरे प्यार को ही पाकर दुनियां बदल गयी है

तुम दूर क्यों रहती हो क्यों पास नहीं आती
जो दिल में यादें हैं बह दिल से नहीं जाती

दिल तुमने ले लिया है अब पास मेरे आओ
देखे न तुमको कोई आँखों में तुम समाओ



काब्य प्रस्तुति : 
मदन मोहन सक्सेना  


  

3 टिप्‍पणियां:

  1. नजरें मिली जो तुमसे तो बात बन गयी है
    तेरे प्यार को ही पाकर दुनियां बदल गयी है,,,,,

    वाह क्या बात है सुंदर प्रस्तुति,,,,मदन मोहन जी,,,,
    RECENT POST समय ठहर उस क्षण,है जाता

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  2. बहुत सुंदरा प्रस्तुति !
    ब्लॉग पर आने के लिए
    आपका आभार !

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