नेता क्या अभिनेता क्या अफसर हो या ब्यापारी
पग धरते ही जेल के अन्दर सब के सब बीमार हुए
कैसा दौर चला है यारों गंदी कैसी राजनीती है
अमन चैन से रहने बाले दंगे से दो चार हुए
दादी को नहीं दबा मिली मुन्ने का भी दूध खत्म
कर्फ्यू में मौका परस्त को लाखों के ब्यापार हुए
तिल का ताड़ बना डाला क्यों आज सियासतदारों ने
आज बापू तेरे देश में कैसे ,कैसे अत्याचार हुए
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई आपस में सब भाई भाई
ख्बाजा साईं के घर में ये कहना क्यों बेकार हुए
प्रस्तुति
मदन मोहन सक्सेना