तुमको पास पायेंगे तो मेरा हाल क्या
होगा
तुमसे दूर रह करके तुम्हारी याद आती
है
मेरे पास तुम होगें तो यादों का फिर
क्या होगा
तुम्हारी मोहनी सूरत तो हर पल आँख में
रहती
दिल में जो बसी सूरत उस सूरत का फिर क्या होगा
अपनी हर ख़ुशी हमको अकेली ही लगा करती
तुम्हार साथ जब होगा नजारा ही नया
होगा
दिल में जो बसी सूरत सजायेंगे उसे हम
यूँ
तुमने उस तरीके से संभारा भी नहीं होगा
प्रस्तुति :
मदन मोहन सक्सेना
nice-
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर ग़ज़ल,आभार.
जवाब देंहटाएंpyari rachna :-)
जवाब देंहटाएंमेरा लिखा एवं गाया हुआ पहला भजन ..आपकी प्रतिक्रिया चाहती हूँ ब्लॉग पर आपका स्वागत है
Os ki boond: गिरधर से पयोधर...
तुमसे दूर रह करके तुम्हारी याद आती है
जवाब देंहटाएंपास तुम होगें तो यादों का फिर क्या होगा,,,,बहुत उम्दा गजल!!!क्या बात है,,,
Recent post: रंग,
.बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति . आभार सौतेली माँ की ही बुराई :सौतेले बाप का जिक्र नहीं मोहपाश को छोड़ सही रास्ता दिखाएँ .
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