करवाचौथ और पति पत्नी का रिश्ता
कल करवाचौथ के दिन भारतबर्ष में सुहागिनें अपने पति की लम्बी उम्र के लिए चाँद दिखने तक निर्जला उपबास रखती है . पति पत्नी का रिश्ता समस्त उतार चदाबों के साथ इस धरती पर सबसे जरुरी और पवित्र रिश्ता है .आज के इस दौर में जब सब लोग एक दुसरे की जान लेने पर तुलें हुयें हों तो आजकल पत्नी का उपवास रखना किसी अजूबे से कम नहीं हैं। मेरी पत्नी (शिवानी सक्सेना )को समर्न्पित एक कबिता :
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अर्पण आज तुमको हैं जीवन भर की सब खुशियाँ
पल भर भी न तुम हमसे जीवन में जुदा होना
रहना तुम सदा मेरे दिल में दिल में ही खुदा बनकर
ना हमसे दूर जाना तुम और ना हमसे खफा होना
अपनी तो तमन्ना है सदा हर पल ही मुस्काओ
सदा तुम पास हो मेरे ,ना हमसे दूर हो पाओ
तुम्हारे साथ जीना है तुम्हारें साथ मरना है
तुम्हारा साथ काफी हैं बाकि फिर क्या करना है
अनोखा प्यार का बंधन इसे तुम तोड़ ना देना
पराया जान हमको अकेला छोड़ ना देना
रहकर दूर तुमसे हम जियें तो बो सजा होगी
ना पायें गर तुम्हें दिल में तो ये मेरी सजा होगी
कबिता :
मदन मोहन सक्सेना
जवाब देंहटाएंसुकुमार भावनाओं दाम्पत्य प्रेम से संसिक्त रचना .तथास्तु .
शब्दों की जीवंत भावनाएं... सुन्दर चित्रांकन..बहुत उम्दा रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ..
जवाब देंहटाएंकरवा चौथ की शुभकामनाएं ..
बेहद भाव पूर्ण रिश्ते को अत्यंत ही भाव पूर्ण शब्दों और भावो से अभिव्यक्त किया आपने हार्दिक आभार एवं शुभ कामनाएं ...
जवाब देंहटाएंकरवा चौथ की शुभकामनाएं .
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंकरवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएँ !