चलती बस में लड़की के साथ बलात्कार
पुलिस प्रशाशन की नाकामी और हार
युबा और युब्तियों की हमदर्दी और न्याय के लिए प्रदर्शन
सोनिया राहुल शिंदे शीला पुलिस कमिश्नर का निन्दनीय आचरण
हमेशा की तरह आन्दोलन को दवाने की साजिश
पुलिस का ब्यबहार गैरजरूरी और शरमशार
भारत और दिल्ली की जनता एक बार फिर से लाचार .
अब करा करता है शोषण ,आजकल बीरों का पोरुष
मानकर बिधि का विधान, जुल्म हम सब सह गए हैं
नाज हमको था कभी पर आज सर झुकता शर्म से
कल तलक जो थे सुरक्षित आज सारे ढह गए हैं
मदन मोहन सक्सेना
वन्दना के इन स्वरों में एक स्वर मेरा मिला लो ,
जवाब देंहटाएंहो जहां बलि शीश अगणित एक सिर मेरा मिला लो ....
हिन्दुस्तान के साझा ज़ज्बातों को स्वर दिया है आपकी रचना ने यह मामला भारत रेप का ,आधी आबादी की सुरक्षा का .
मान्यवर ,यह एक राष्ट्रीय समस्या है इसका हल भी राष्ट्रीय स्तर पर मानक अंशांकित सज़ा निर्धारण से ,मामलों के द्रुत निपटान से ही होगा .एक सन्देश तो चले कहीं से भी .इसे सुषमा शीला के खानों में बांटके न देखा जाए .
अब न होने देंगे ये अन्याय .सकारात्मक रहो जोश भरो उन युवाओं में जो स्वत :निकलके आयें हैं घरों से ,आधी आबादी की सुरक्षा का हक़ मांगने .
प्रोत्साहन के लिए आपका हृदयसे आभार . सदैव मेरे ब्लौग आप का स्वागत है .
हटाएंनाज हमको था कभी पर आज सर झुकता शर्म से
जवाब देंहटाएंकल तलक जो थे सुरक्षित आज सारे ढह गए हैं,,,वाह क्या बात है,,
recent post : समाधान समस्याओं का,
प्रोत्साहन के लिए आपका हृदयसे आभार . सदैव मेरे ब्लौग आप का स्वागत है .
हटाएंबहुत उम्दा उत्कृष्ट प्रस्तुति....
जवाब देंहटाएंhttp://swapniljewels.blogspot.in/2013/01/blog-post.html