कुदरत का कहर
कई हजार लोगों के बीच में फसें होने की उम्मीद
अपनों का इंतज़ार करती आँखें
जिंदगी की चाहत में मौत से पल पल का संघर्ष
फिर से बही गंदी कहानी
शबों से पैसे,गहने लुटते
आदमी के रूप में शैतान
सरकार का बही ढीला रबैया
हजारों के लिए गिनती के हेलिकॉप्टर
राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की कशमकश
इस बीच
खुद को
लाचार ,ठगा महसूस
करता इस देश का नागरिक .
इन सबके बीच
भारतीय सेना के जबानों ने
साबित कर दिया
कि उनके मन में जितनी श्रद्धा
भारत मत के लिए है
उतनी या उससे कहीं अधिक
चिंता देश के अबाम की है .
मदन मोहन सक्सेना .