पेट की भूख की चाहत
मिटाने की खातिर
छपरा के सरकारी स्कूल में
एक दो नहीं बल्कि बीस से ज्यादा बच्चों
को अपनी जिंदगी कुर्बान करनी पड़ी
निवाले हलक से नीचे उतरे नहीं
कि दम लबों पर आ गया
बच्चों के अभिभावकों की पीड़ा
कातर आंखों से आंसुओं की धार बनकर बही
रुंधे गले में अटके लफ्ज
बेटों को खो चुके पिता का कलेजा जार-जार हुआ
इकलौती पुत्री के शव के सामने
विलाप करते पिता को देखकर
दूसरे लोग भी बदहवास हो गए
परिजनों के विलाप से अस्पताल के कोने-कोने में कयामत की थरथरी गूंज गयी
जहरीला मिड डे मिल खाने से
बच्चों की मौत का आंकड़ा 20 के पार हो गया
कुछ बीमार बच्चों का इलाज अभी भी जारीहै
अब भी कुछ बच्चों की हालत काफी नाजुक लगती है
अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करते बच्चें
जायज है
नाराज लोगों का गुस्सा सरकार पर
और जायज है
सरकार के खिलाफ गुस्साए लोगों का सड़क पर प्रदर्शन
किन्तु
लोगों की जगह जगह तोड़फोड़ , आगजनी
गुस्साए लोगों का पुलिस वैन को आग के हवाले करना
सही नहीं ठहराया जा सकता
और हादसे के बाद सियासत जारी है
इस्तीफा और नारेबाजी का शोर सुनाई दे रहा है
सियासी पार्टियां पीड़ित परिवारों का दर्द
बांटने की बजाय राजनीतिमें मशगूल दिखती हैं
किसी पार्टी का छपरा बंद का ऐलान
तो किसी पार्टी ने किया बिहार बंद का आवाहन कर दिया
एक बार फिर से मुख्यमंत्री का घटना पर अफ़सोस
एक बार फिर कमिश्नर और पुलिस से जांच कराने के आदेश
एक बार फिर
मृतक बच्चों के परिवार को मुआवजे का ऐलान
कौन जनता था कि
सरकारी विद्यालय में पढ़ाने का यह हश्र होगा
पेट की भूख की चाहत
इस जिंदगी को भी लील लेगी .
सबाल ये है कि
इनका कसूरबार कौन है
बच्चें
उनके अभिभाबक
स्कूल प्रशाशन
लाचार ब्यबस्था
या सब कुछ चलता है कि सोच बाली
हम सब की अपनी आदतें .
ये कोई पहली बार नहीं है
इससे पहले भी देश में कई बार
मिड डे मील खाने से मासूमों की जान जा चुकी है
16 जुलाई 2013, छपरा (बिहार)
छपरा जिले के धर्मसाती गंडामन गांव के सरकारी स्कूल में जहरीला खाना खाने से 20 बच्चों की मौत।
22 जनवरी 2011, नासिक (महाराष्ट्र)
यहां के नगर निगम के स्कूल में जहरीला भोजन खाने से 61 बच्चे बीमार पड़े।
22 नवंबर 2009
दिल्ली के त्रिलोकपुरी स्थित शारदा जैन राजकीय सर्वोदय बालिका विद्यालय में मिड-डे मील खाने 120 छात्राएं बीमार।
24 अगस्त 2009 सिवनी (मध्य प्रदेश)
सरकारी स्कूल में मिड-डे मील के तहत पोहा खाने से 5 छात्र बीमार, पोहा में मरी हुई छिपकली मिली।
12 सितंबर, 2008 नरेंगा (झारखंड)
मिडल स्कूल में मिड-डे मील खाने से 60 छात्र बीमार।
मदन मोहन सक्सेना .